बुरहानपुर। जिले के इतवारा स्थित श्री गोकुलचंद्रमाजी मंदिर में सास-बहू की अनूठी होली का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में 500 से अधिक सास-बहुओं ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाया और पारंपरिक होली गीतों पर झूमते हुए फुगड़ी खेली।
यह परंपरा करीब दो दशक पुरानी है, जो वैष्णव संप्रदाय के इस मंदिर में प्रतिवर्ष मनाई जाती है। आयोजन की शुरुआत भगवान श्री गोकुलचंद्रमाजी के साथ होली खेलने से होती है। इसके बाद महिलाएं एक-दूसरे को रंग लगाकर गिले-शिकवे मिटाने और आपसी सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लेती हैं।
मंदिर के पुजारी हरीकृष्ण मुखियाजी ने बताया कि छैल-छबीली लीला मनोरथ और सास-बहू की यह विशेष होली पूरे देश में सिर्फ बुरहानपुर में ही होती है। इस आयोजन से महिलाओं में आपसी प्रेम और समरसता बढ़ती है।